- जैसा कि आपको पता ही है कि सावन का महीना चल रहा है और इस सावन मैं कांवरियों का मिजाज ही निराला है बोल बम के नारों के साथ अपने सारे दुखों को भूल कर सिर्फ भोले बाबा के ऊपर जल चढ़ाना ही एकमात्र मकसद है! सभी श्रद्धालु भोले बाबा के नाम में ऐसे मग्न है,जैसे शरीर के साथ आत्मा और इसी के वजह से उन्हें किसी भी प्रकार की बाधाएं का एहसास नहीं हो पा रहा! संवादाता क खास बातचीत के दौरान श्रद्धालुओं ने कहा कि जिस तरह सुल्तानगंज के रास्ते मैं गंगा घाट की बालू रास्ते मैं हैं काश उसी प्रकार झारखंड के रास्ते मैं भी होना चाहिए,लेकिन बाबा के नाम मात्र से ही सारी कठिनाई समाप्त हो जा रही है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन के द्वारा जो भी इस बार सुविधाएं दी गई है वह प्रशंसनीय है।